हरतालिका तीज 2023 की तारीख
हरतालिका तीज नेपाली हिन्दू महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भगवान शिव और पार्वती के विवाह की खुशी और उनकी सुखद जीवनकाल की आराधना करता है। यह त्योहार हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यदि हम 2023 में हरतालिका तीज की तारीख की बात करें तो यह 24 सितंबर को पड़ेगा। यह स्त्री-पुरुष दोनों के लिए शुभ फल और समृद्धि का त्योहार है जो हिमालय क्षेत्र में विशेष रूप से मनाया जाता है।
हरतालिका तीज का महत्व
हरतालिका तीज महिलाओं के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह एक परम्परागत त्योहार है जिसमें माता पार्वती के अनुयायियों द्वारा पूजा-अर्चना और व्रत-त्याग की जाती है। इस दिन महिलाएं उत्तम स्नान करके पार्वती माँ की पूजा करती हैं और उनके लिए मंगल कामनाएं करती हैं। विवाहित महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं तथा सुख, सौहार्द और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। इसके अलावा, हरतालिका तीज पर महिलाएं और लड़कियाँ ख़ास रंग-बिरंगे कपड़े पहनती हैं और खूबसूरत सजावट करती हैं।
हरतालिका तीज के आयुर्वेदिक महत्व
हरतालिका तीज के दिन अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद के अनुसार, इस दिन विशेष औषधियाँ सेवन करने से महिलाएं अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकती हैं। हरतालिका तीज के दिन गर्मी के मौसम में विशेष चर्बी और थकाऊ भोजन से बचने किलिए ताजा फलों, सब्जियों और पनीर के उपयोग की सलाह दी जाती है।
हरतालिका तीज का त्योहार मनाने के तरीके
हरतालिका तीज का त्योहार मनाने के लिए विशेष तरीके होते हैं जो इसे और भी भव्य बना देते हैं। इस दिन महिलाएं अप्पर्ल्लन्न के समीप एक विशेष स्थान का पालन करती हैं, जहाँ रंग-बिरंगे वस्त्र धारण कर उनका सिंदूर लगा तिलक किया जाता है। इसके बाद महिलाएं एकत्र होकर मिठाई-नमकीन बनाती हैं और पूजन में यज्ञ-हवन करती हैं।
हरतालिका तीज पर व्रत विधि
हरतालिका तीज पर व्रत विधि का पालन करने से शुभ फल प्राप्त होता है। व्रत का आरंभ सुबह स्नान के साथ किया जाता है और इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। व्रत के दौरान व्रती महिला केवल एक बार ही भोजन करती है और उसमें साग, फल, दही और मिठाई शामिल होती है।
हरतालिका तीज के महत्वपूर्ण रंग-बिरंगे समूह
हरतालिका तीज के दिन रंग-बिरंगे समूह खेलना भी एक प्रमुख रिति-रिवाज है। ये समूह गाने-नृत्येन की कला का आनंद लेते हैं और तीज गीतों के साथ रंग-बिरंगे महिलाकर्षक वस्त्र पहनकर नृत्य करते हैं। इस रंग-बिरंगे समूह का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इससे महिलाएं सामूहिक रूप से आनंद उठाती हैं।
Frequently Asked Questions (FAQs)
1. हरतालिका तीज क्यों मनाया जाता है?
हरतालिका तीज को भगवान शिव और पार्वती के विवाह की खुशी और उनकी सुखद जीवनकाल की आराधना के लिए मनाया जाता है।
2. हरतालिका तीज कितने दिन का व्रत है?
हरतालिका तीज का व्रत एक दिन का होता है, जो भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।
3. हरतालिका तीज के दिन कौन-कौन से व्रत करने चाहिए?
हरतालिका तीज के दिन सुखी और लंबी उम्र की कामना करने वाले विवाहित स्त्रियों को व्रत रखना चाहिए।
4. हरतालिका तीज के दिन कैसे पूजा अर्चना करें?
हरतालिका तीज के दिन ब्रट करके स्नान करें और फिर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करें।
5. हरतालिका तीज के दिन क्या खाना चाहिए?
हरतालिका तीज के दिन साग, फल, दही और मिठाई जैसे सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए।
6. हरतालिका तीज के दिन किन-किन व्रतों का पालन करना चाहिए?
हरतालिका तीज के दिन सुरवर्ण संकल्प, उमाव्रत, आक्षय तृतीया व्रतों के पालन का भी आसानानुसार किया जा सकता है।
7. हरतालिका तीज के दिन क्या पहनना चाहिए?
हरतालिका तीज के दिन महिलाएं ख़ास रंग-बिरंगे कपड़े पहनना चाहिए और अपने आप को सजाना चाहिए।
8. हरतालिका तीज के दिन कौन-कौन से पुजारियों के साथ यज्ञ-हवन करना चाहिए?
हरतालिका तीज के दिन महिलाएं एकत्र होकर यज्ञ-हवन करने के लिए पुजारियों को आमंत्रित कर सकती हैं।
9. हरतालिका तीज के दिन किन-किन रित्विवाज होते हैं?
हरतालिका तीज के दिन रंग-बिरंगे समूह, मिठाई-नमकीन बनाना, गाने-नृत्येन की कला का आनंद इत्यादि रित्विजाज होते हैं।
10. हरतालिका तीज के दिन क्या सर्वशक्तिमान की पूजा की जाती है?
हरतालिका तीज के दिन सर्वशक्तिमान माँ दुर्गा की भी पूजा की जाती है ताकि महिलाएं शक्ति और सम्मान की कामना कर सकें।
निष्कर्ष
हरतालिका तीज एक मान्यताएँ, रिवाज और धार्मिक भावनाओं से भरपूर त्योहार है जो नेपाली हिन्दू महिलाओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस दिन महिलाएं संगठन, समरसता और समृद्धि की कामना करती हैं और भगवान शिव-पार्वती का वार्षिक विवाहोत्सव मनाती हैं।